बनभौरी में लगने वाले विशाल मेले में देश के विभिन्न स्थानों से पहुंचे श्रद्धालु
सत्यखबर,बरवाला( संजय गिरधर)
गांव बनभौरी में लगने वाले विशाल मेले में देश के विभिन्न स्थानों से श्रद्धालु पहुंचने शुरु हो जाएंगे। यह मेला चैत्र के पहले नवरात्रे से शुरू होकर अष्टमी तक चलेगा। मेले को देखते हुए प्रशासन ने यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। नवरात्रों में हर साल लगने वाले इस मेले में करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालु मां बनभौरी के दर्शन करने आते हैं। वैसे तो नवरात्रों के हर दिन भीड़ रहती है लेकिन षष्ठी से अष्टमी तक श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ जमा हो जाती है कि प्रशासन को यहां की स्थिति को संभालने के लिए खास बंदोबस्त करने पड़ते हैं। बनभौरी धाम बरवाला तथा उचाना से करीब 16 किलोमीटर की दूरी पर है। कुंवारे युवक-युवतियां शादी की मन्नत व नवविवाहित संतान प्राप्ति के लिए यहां बने एक स्थान पर धागा बांधने की रस्म अदा करते हैं। जिन जोड़ों की शादी होती है, वे प्रथम बार यहां माथा टेकने अवश्य आते हैं। मान्यता है कि बच्चे के जन्मदिन पर लेाग यहां पर नारियल तथा अन्य वस्तुएं चढाते हैं। अनुमान है कि इस बार यहां करीब एक लाख से धिक श्रद्धालु माता के दर्शनार्थ माथा टेकने आएंगे। बनभौरी धाम पर महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली,
राजस्थान,देश विदेशो , तथा अन्य प्रदेशों के श्रद्धालुओं की माता में अटूट श्रद्धा है तथा वे हर बार यहां पर माता के दर्शनार्थ परिवार सहित आते हैं। मंदिर के प्रति लोगों की गहरी आस्था के चलते यहां लगने वाले मेले में हजारों मन अनाज, नारियल, चुंदड़ी तथा लाखों रुपए नकद व लोग सोने-चांदी के आभूषण भी चढाते हैं। दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यहां मंदिर के नजदीक ही एक दर्जन से अधिक धर्मशालाओं का निर्माण मां में आस्था रखने वाले लोगों ने स्वयं के खर्चे पर करवाया है जहां पर रात को यात्रियों को ठहराने का विशेष प्रबंध किया गया है। बनभौरी माता के इस मंदिर को पुजारियों के पांच परिवार चला रहे हैं। बता दें कि मंदिर प्रबंधन की ओर से यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं तथा पुलिस प्रशासन ने मनचलों व जेब कतरों पर लगाम लगाने के लिए सादी वर्दी में भी कर्मी तैनात करने की योजना बना रखी है।श्रद्धालु मेले में से बच्चो के लिए खिलोने भी ले जाते है!